इंसान इस पृथ्वी पर जितना पुराना हो रहा है उतना ही वो विकसित भी हो रहा है. टेक्नोलॉजी की मदद से वो अपने और दुसरो की जिंदगी को सहज करने में हमेशा व्यस्त होता रहा है. साइंटिस्ट हर दिन कुछ ऐसी चीजों का अविष्कार कर रहे है जिससे इंसान की जिंदगी और आसान हो रही.
आइये जानते है कुछ ऐसे ही आविष्कारोके बारेमे.
1. कैंसर का पता लगनेवाली स्मार्ट सुई I Cancer
detecting Smart Needles
ब्रिटेन में वैज्ञानिक द्वारा एक ऐसी स्मार्ट सुई विकसित की गई है जो कैंसर का पता लगा कर निदान के समय को तेज कर सकती है.
ये नया उपकरण रमन स्पेक्ट्रोस्कोपी (Raman
spectroscopy) तकनीक का उपयोग करके कम ऊर्जा वाले लेजर से शरीर के
कुछ हिस्सों का निरीक्षण किया करेगा जिसमे सेकंड के भीतर ही हर मेडिकल कंसर्न को दूर
करने की क्षमता होगी.
2. हार्ट मॉनिटरिंग टी शर्ट I Heart Monitoring T shirt
3. जिन्दा रोबोट I Living Robots
एक नन्हा रोबोट जो मेंढक भ्रूण (Frog Embryos) के स्टेम सेल का उपयोग करके बनाया जा रहा है. जो एक दिन मानव शरीर के अंदर वहा संचार करेगा जहा उपचार की जरूरत होगी. या उसका उपयोग महासागरों में माइक्रोप्लास्टिक इकट्ठा करने के लिए किया जा सकता है.
4. इंटरनेट सबके लिए I Internet for everyone
गूगल (Google) इंटरनेट को
दुर्गम क्षेत्रोमें पुहचाने के लिए हीलियम के गुब्बारों का इस्तमाल करने की कोशिश
कर रहा है.
वही हायबर नाम की कंपनी ने अपना एक छोटासा माइक्रो सैटेलाइट पृथ्वी के
लौ ऑर्बिटमें लॉन्च किया, जो आपके कंप्यूटर में
प्लग किए गए मॉडेम को जगाता है और जब ये ऊपर से गुजरेगा तब आप तक डाटा पोहचायेगा.
5. पसीने से ऊर्जा लेने वाली स्मार्ट घडी I Sweat
Powered Smartwatches
ग्लासगो विश्वविद्यालय के इंजीनियरों ने एक नए प्रकार के लचीले सुपर कैपेसिटर का विकास किया है, जो पसीने के साथ पारंपरिक बैटरी में पाए जाने वाले इलेक्ट्रोलाइट्स की जगह ऊर्जा को संग्रहीत करता है.
यह केवल २० माइक्रो लीटर द्रव से पूरी तरह से चार्ज किया जा सकता है और
४००० चक्र चलने में ये सक्षम है.
इस डिवाइस का बहुलक (पॉलिमर) एक पोलिस्टर सेलुलोस के कपडे की पतली परत से बनता है, जो सुपर कैपेसिटर्स इलेक्ट्रोड जैसा काम करता है. जैसे
ही ये कपडा पसीना सोक लेता है, पसीने में धनात्मक और ऋणात्मक
आयन बहुलक की सतह के साथ संपर्क करते हैं, जिससे ऊर्जा
उत्पन्न होती है.