हमारी जिंदगी समंदर की तरह ही है. कभी हलकी लहरे तो कभी तेज तूफान. कभी बारिश की बौछार तो कभी तेज धुप की मार.
इस समंदर को गौर से देखेंगे तो बहोत कुछ सिख सकते है हम.
1. ये समंदर अक्सर कुछ कहता है, ये हवा बनके हमारे अंदर से गुजरता है, रातोंमे सपनो सा तैरता है.
2. मुश्किलें कितनी भी गहरी हो, धुप कितनी भी तेज हो, हवाएं कितनी भी तूफानी हो...समंदर कभी अपनी जगह नहीं छोड़ता.
3. लहरे कभी नहीं रूकती किनारे पे...क्यू
कभी सोचा है? क्यों के उसका घर किनारा नहीं समंदर
है.
4. मेरी गहराइ जाननी है तो लहरों के साथ
नहीं लहरों के खिलाफ तैरना होगा.
5. मेरी तरफ यूँ इर्षा से न देखो बून्द बून्द करके जमाई है मैंने ये दौलत.
6. मुझसे रूबरू होने से न डर डूबने नहीं
दूंगा तुम्हे, बस थोड़ी कोशिश तो कर हारने नहीं दूंगा
तुम्हे.
7. दरिया हु तेरे घर नहीं आ सकता, इतना गहरा हु के खो नहीं सकता.
8. गहराई आकाश में भी है और समंदर में भी, लेकिन डूबने का मजा लहरों के साथ ही
है.
9. तुम समंदर की लहरोंको रोक नहीं सकते, इनसे लड़ नहीं सकते, लेकिन तुम इसपे तैर सकते हो.